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परदेस से भोपाल आए यात्री लापता:महीनेभर में 516 ने विदेश यात्रा की इनमें 41% ने फोन नंबर, 55% ने पते गलत दिये

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परदेस से भोपाल आए यात्री लापता:महीनेभर में 516 ने विदेश यात्रा की इनमें 41% ने फोन नंबर, 55% ने पते गलत दिये 


भोपाल से संपादित वैंकटेश शारदा की रपट  , इंटरनेशनल फ्लाइट्स से पिछले एक महीने में 516 लोग विदेश यात्रा कर भोपाल लौटे। इनमें से 41 फीसदी यानी 213 लोगों के मोबाइल नंबर गलत है।

14 फीसदी तो ऐसे लोग हैं, जो दिए गए पतों से गायब हैं। यानी 55% ने अपने पते गलत दिए। इनकी तलाश पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें कर रही हैं। लेकिन गलत जानकारी की वजह से इनका पता नहीं चल पा रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने जो मोबाइल नंबर दिए थे वे भी बंद आ रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि शहर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्रियों के सैंपल जांच के लिए जा रहे हैं। रोजाना 6 हजार से ज्यादा सैंपल अलग-अलग इलाकों से कलेक्ट किए गए जा रहे हैं।
इनकी तलाश
ब्रिटेन, द. अफ्रीका, ब्राजील, मॉरिशस, न्यूजीलैंड, हांगकांग, सिंगापुर, जर्मनी और फ्रांस से लौटे 213 यात्री गायब 
भोपाल को खतरा
गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में मिल चुके हैं ओमिक्रॉन वैरिएंट के मरीज, यहां से रोजाना हजारों यात्रियों का भोपाल आना-जाना
ब्रिटेन से लौटे रोहन कपूर को मेडिकल टीम ने फोन किया। एक दिन तक उन्होंने फोन नहीं उठाया। कई बार फोन बंद किया। दूसरे दिन फोन उठाने पर बोले- ‘मुंबई आ गया हूं, बात नहीं कर पाऊंगा 
एयरपोर्ट की एक कॉलोनी में विदेश यात्रा कर लौटे मौसम कुमार के दिए गए पते पर मेडिकल टीम पहुंची। वहां पहुंचने पर पता चला कि उन्होंने जो एड्रेस दिया है, वह गलत है। मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है
ओमिक्रॉन वैरियंट के कोरोना मरीज महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात में मिल चुके हैं। भोपाल के लोगों का यहां आना-जाना लगा रहता है।
जिन देशों में इस वैरियंट के मरीज ज्यादा हैं, वहां से आने वाले यात्रियों के कारण यहां भी संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
राहत की बात... अभी तक सभी की रिपोर्ट निगेटिव
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों का दावा है कि पिछले एक महीने में जो लोग विदेश यात्रा से लौटे हैं, उसमें ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, मॉरिशस, न्यूजीलैंड, हांगकांग, सिंगापुर, जर्मनी, फांस और इजराइल आदि देश शामिल हैं। यात्रा के समय इनके आरटीपीसीआर सैंपल लिए गए थे, इसमें से ज्यादातर की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कुछ की रिपोर्ट आना बाकी है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना की रोकथाम के लिए बंदोबस्त कर रही है। इस क्रम में नई व्यवस्था यह की गई है कि एक संदिग्ध मरीज की रेपिड एंटीजन या आरटीपीसीआर में से एक रिपोर्ट भी पॉजिटिव आती है तो दोबारा उसकी जांच नहीं की जाएगी। ये रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे फाइनल माना जाएगा।
इसके बाद मरीज को सात दिन तक कैलाशनाथ काटजू अस्पताल में क्वारेंटाइन रहना होगा। शनिवार को राजधानी में आठ और नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही शहर में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 75 के पार पहुंच गई है। शनिवार को नए पॉजिटिव मरीज में एक 12 साल की बच्ची शामिल है। यह स्कूली छात्रा बागसेवनियां क्षेत्र की रहने वाली है। बच्ची और उनके परिजनाें की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही

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