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कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए सभी पत्रकारों को प्रवेश नहीं दिया ।नये भवन में अधिक जगह होगी

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कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए सभी पत्रकारों को प्रवेश नहीं दिया ।नये भवन में अधिक जगह होगी 

भोपाल से संपादित राधावल्लभ शारदा एवं दिल्ली से वेदप्रकाश शर्मा की रपट , संपादक की टिप्पणी -- वर्तमान समय में मीडिया संस्थानों की लगातार बढ़ती संख्या के आधार पर पत्रकारों की संख्या भी बढ़ गई है , यह बात अलग है कि बढ़ती संख्या में कितने पत्रकारों को मजीठिया वेज बोर्ड का लाभ मिल रहा है कितनों को नहीं , मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मीडिया में शराब एवं रेत माफिया आ गये है व्यवसाय को बचाने के लिए ,
खैर प्रजातंत्र में व्यक्ति को अपने अपने स्तर पर व्यवसाय करने की स्वतंत्रता है ,
मध्यप्रदेश की राजधानी में दैनिक समाचार पत्रों की संख्या 150 से अधिक है और उनकी प्रसार संख्या भोपाल की आवादी से दो गुना ज्यादा है ।एक समाचार पत्र से एक पत्रकार , एक फोटो ग्राफर , फिर एक चैनल तीन सदस्यों को यदि अनुमति दी जाती है तो स्थान कम हो जाता है आज भी कई पत्रकार दीर्घा में खड़े रहते हैं आखिर कहीं तो रोक लगानी होगी ,
एक छोटा सा सुझाव समाचार पत्रों में  संसद और विधानसभा में बैठने वाले पत्रकारों के द्वारा किया गया कवरेज देखकर प्रविष्टि देना होगा ।
 दिल्ली -- इस बार लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को कवर करने के लिए सीमित पत्रकारों को ही सदन में जाने की अनुमति दी गई है। इस बीच मीडियाकर्मियों को ये भी सुनने में आया है कि नए संसद भवन में मीडिया गैलरी ही नहीं होगी। इन सवालों का लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जवाब दिया। 
एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार को शिरकत की। इस दौरान उन्होंने खुलकर कई मसलों पर अपनी बात रखी। बताया आखिर क्यों सदन में जाने के लिए पत्रकारों की संख्या सीमित कर दी गई है? इसके अलावा नए संसद भवन में मीडिया गैलरी नहीं बनाने और राहुल गांधी को सदन में बोलने का मौका न देने के आरोपों का भी जवाब दिया। 
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, 'अभी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। मेरा हमेशा से प्रयास रहा है कि सदन में सभी पत्रकार आएं और रिपोर्टिंग करें। हम कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए संसद सत्र चला रहे हैं। मंत्री का प्राइवेट सेक्रेटरी या किसी अन्य स्टाफ को भी अंदर आने की अनुमति नहीं दी गई है। लोकप्रियता और आवश्यकताओं के अनुसार अभी 109 पत्रकारों को सदन में आने की अनुमति दी गई है।'
मैंने कुछ पत्रकार साथियों को बुलाकर पूछा था कि क्या कैमरामैन को अनुमति दे दी जाए? लेकिन पत्रकार साथियों ने कहा कि नहीं-नहीं कैमरामैन के साथ एक और साथी को जाने की अनुमति मिले। फिर हमने सदन के नेताओं से चर्चा की और उन्होंने इसके लिए मना  कर दिया। 
क्या नए संसद भवन में मीडिया गैलरी नहीं होगी? 
लोकसभा अध्यक्ष ने इसे अफवाह बताया। कहा कि नई संसद में मीडिया की गैलरी भी होगी और उसमें पत्रकारों के बैठने के लिए संख्या भी अधिक होगी।

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