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जब राज सभा मैं जबरदस्ती घुसने लगे टीएमसी सांसद तोड़ दिया दरवाजे का कांच l

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जब राज्यसभा में जबरदस्ती घुसने लगे टीएमसी सांसद, तोड़ दिया दरवाजों के कांच
राज्यसभा में उस वक्त तनाव की स्थिति बन गई जब सदन में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे तृणमूल के निलंबित सांसद के हाथों दरवाजे का कांच टूट गया।
राज्यसभा में   उस वक्त तनाव की स्थिति बन गई जब सदन में जबरन घुसने  की कोशिश कर रहे तृणमूल के निलंबित सांसद के हाथों दरवाजे का कांच टूट गया। इन सांसदों को अनुचित आचरण के लिए सदन से एक दिन के लिए निलंबित किया गया था। निलंबन के बाद सांसद राज्यसभा की ल़ॉबी में प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान सदस्यों ने राज्यसभा में घुसने की कोशिश की। इस कोशिश के दौरान वहां लकड़ी के दरवाजे पर लगा कांच टूट गया और एक महिला सुरक्षाकर्मी घायल भी हो गई ।

राज्यसभा सचिवालय की संसद सुरक्षा सेवा द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, बुधवार को निलंबित छह सांसद, जिसमें बोला सेन, मोहम्मद नदीमुल हक, अबीर रंजन विश्वास, शांता छेत्री, अर्पिता घोष और मौसम नूर ने राज्यसभा कक्ष के बाहर नारेबाजी करना शुरू कर दिया और इन सांसदों को कक्ष में घुसने से रोकने के लिए सुरक्षा अधिकारी लगाने पड़े।

बयान में कहा गया है, “जब दोपहर 2 बजे राज्यसभा सदन फिर से शुरू हुआ, तो वही सदस्य राज्यसभा की लॉबी के पास बने स्नैक्स काउंटर पर एकत्रित हो गए और राज्यसभा चैंबर में प्रवेश करने की कोशिश करने लगे। जिसको देखते हुए जब पीएसएस अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया। रोके जाने के बाद उन्होंने सदन की शेष कार्यवाही के दौरान स्नैक्स काउंटर पर ही रुकने का फैसला किया ।
चंदर कला, सहायक अनुभाग अधिकारी (ASO) ने अपनी शिकायत में कहा कि चैंबर के अंदर जबरदस्ती घुसने की कोशिश करते हुए माननीय सदस्य अर्पिता घोष ने राज्यसभा के इनर लॉबी के तीसरे गेट के लकड़ी के दरवाजे पर अपना मोबाइल फेंक कर मारा जिसके कारण कांच टूट गया औऱ मुझे कुछ चोटें आईं। वहां मौजूद टीम ने ASO का इलाज सेंट्रल हॉल में कराया।
 राज्यसभा में अधिकारी की शिकायत पर सभापति एम वेंकैया नायडू विचार कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ विपक्ष ने उपसभापति पर घटना की गलत नैरेटिव के समर्थन करने का आरोप लगाया।
उनका कहना था कि विपक्ष का रुख एकदम साफ है। 15-16 पार्टियां सरकार से संसद में चर्चा करना चाहती हैं। उन्हें लगता है कि कृषि कानूनों के साथ अर्थव्यवस्था, नौकरी और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मसलों पर चर्चा की जानी चाहिए। कृषि कानून रद्द होने जरूरी हैं।


राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ।
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रॉयन ने गृह मंत्री अमित शाह को खुली चुनौती देकर रहा है कि अगर वो संसद में आ गए तो मैं अपना सिर मुंडवा लूंगा। हालांकि धमकी के साथ ये बात तंज के तौर पर भी ली जा रही है, क्योंकि सरकार पेगासस के साथ किसानों के मुद्दों पर बचती दिख रही है। इन सारे ममालों में गृह मंत्री पर ही तोहमत लग रही है ।
एक टीवी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक-डेरेक से सवाल किया गया कि आपको नहीं लगता कि विपक्ष को वास्तविक मुद्दों पर केंद्र को घेरने का प्रयास करना चाहिए तो उनका कहना था कि विपक्ष का रुख एकदम साफ है। 15-16 पार्टियां सरकार से संसद में चर्चा करना चाहती हैं। उन्हें लगता है कि कृषि कानूनों के साथ अर्थव्यवस्था, नौकरी और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मसलों पर चर्चा की जानी चाहिए। कृषि कानून रद्द होने जरूरी हैं।

टीएमसी सांसद का कहना है कि हमें साइकिल रैली का विचार पसंद आया। 15-16 पार्टियों ने इसमें हिस्सा लिया। दरअसल ये बात उन्होंने उस सवाल पर कही जिसमें उनसे पूछा गया था कि क्या उनकी पार्टी कांग्रेस के एजेंडे में जाने को तैयार है। उनका कहना था कि हमने ये 19 जुलाई को भी किया पर चर्चा नहीं हुई। उनका चैनल से सवाल था कि ये हमसे क्यों पूछ रहे हैं।
उनका कहना था कि ये सवाल सरकार से पूछा जाना चाहिए। आप मोदी-शाह से पूछें कि उन्होंने अर्थव्यवस्था, जॉब औन बॉर्डर विवाद पर कुछ किया है। डेरेक ने बताया कि वो बंगाल में क्यों जीते। उनका कहना था कि ममता बनर्जी ने 10 साल का ट्रैक रिकार्ड सामने रख टूरिस्ट गैंग की पोल खोल दी थी। मोदी-शाह ने सात साल में देश को कुछ नहीं किया था।
उनका कहना था कि वो लापता व्यक्तियों का नोटिस लगा रहा हूं। उनका कहना था कि हम जिम्मेदार विपक्ष हैं तो गुमशुदा लोगों के नोटिस लगावना सही है। बकौल सांसद-उन्होंने पीएम मोदी और शाह को संसद में आते नहीं देखा। अगर वो संसद में आते हैं तो दिल्ली में 9 साल की लड़की के साथ हुए रेप मामले में बयान देते हैं तो वो अपना सिर मुंडवा लेंगे।

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