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भाजपा सांसद बरुण गांधी का आरोप ,कई नेता करते हैं बसूली , मैं तो वेतन भी नहीं लेता

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भाजपा सांसद बरुण गांधी का आरोप ,कई नेता करते हैं बसूली , मैं तो वेतन भी नहीं लेता 

*भोपाल से संपादित राधावल्लभ शारदा एवं प्रेमशंकर अवस्थी की रपट , टिप्पणी वरुण गांधी का अनुशरण सभी पूर्व एवं वर्तमान सांसद एवं विधायकों सहित उन लोगों को भी करना चाहिए जो किसी न किसी रूप में सरकार से आर्थिक लाभ ले रहे हैं , राजनीति को व्यवसाय नहीं बनाना चाहिए , राजनीति देश एवं समाज सेवा है ।
 वरुण गांधी ने कहा ,मैने तो सरकारी घर और तनख्वाह भी नहीं ली पर ऐसे भी नेता, जो पुलिस से करते हैं उगाही- बोले बीजेपी के वरूण गांधी तो

 लोगों ने दी नसीहत
अजय शर्मा ने लिखा- पहले जहां के सांसद हैं वहां की दुर्दशा देखिये जाकर वरूण जी। आप और आपकी माता जी बरसों पीलीभीत के सांसद रहे हैं पर शायद वहां एक सड़क भी नहीं बनवा पाए। जो बची हुई थीं वो भी ख़त्म करदी.. लगता है पीलीभीत को ज़िले से गांव बनाके रहेंगे आप।
बीजेपी सांसद वरूण गांधी अपने नेताओं पर तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। उ्होंने एक बार फिर से बीजेपी नेताओं पर तंज कसते हुए उन पर पुलिस व खनन विभाग सो उगाही करने का आरोप लगाया है। सांसद ने खुले तौर पर तो नहीं लेकिन इशारों में वसूली की बात का जिक किया है।
अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा कि सरकार को किसानों की मांगें माननी चाहिए। फिर उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा- मैने कभी कोई करप्शन नहीं किया, लेकिन ऐसे भी नेता हैं जो पुलिस और खनन महकमे से उगाही करते हैं। उनका कहना था कि वह तो सांसद के तौर पर अपनी तनख्वाह भी नहीं लेते। सरकारी घर भी उन्होंने कभी नहीं लिया। पब्लिक ने उन्हें जो ताकत दी है वह अपने फायदे के लिए नहीं बल्कि लोगों के कल्याण के लिए दी है। उनकी समस्याएं दूर करना ही उनकी प्राथमिकता है और वह ऐसा लगातार कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों ने उन्हें जमकर नसीहत दी। एक यूजर ने लिखा- कुछ किया हो तो सैलरी ले… पीलीभीत की हालत किसी 1850 के पुराने शहर जैसी है। एक का कहना था कि भाई साहब को पता चल गया कि उन्हें इसबार भाजपा से टिकट नही मिलने वाला है। विवेक पांडेय ने लिखा- हम आपके बाप का नौकर नही है। ये इन्होंने ही बोला था न?
अजय शर्मा ने निखा- पहले जहां के सांसद हैं वहां की दुर्दशा देखिये जाकर वरूण जी। आप और आपकी माता जी बरसों पीलीभीत के सांसद रहे हैं पर शायद वहां एक सड़क भी नहीं बनवा पाए। जो बची हुई थीं वो भी ख़त्म करदी.. लगता है पीलीभीत को ज़िले से गांव बनाके रहेंगे आप।
एक यूजर ने लिखा- अपनी तनख्वाह क्यों नहीं लेते आप। किसने रोका है। हम लोग टैक्स भरते हैं तो ही आपकी सैलरी का जुगाड़ हो पाता है। हम टैक्स दे रहे हैं तो आपको तनख्वाह लेने में क्या दिक्कत है। एक अन्य ने लिखा- लगता है कि योगी जी के 2022 में जाने से पहले ही ये बीजेपी से बाहर होने वाले हैं। तभी इन्हें हर तरफ परेशानी ही दिख रही है। एक और ने तंज कसते हुए कहा- आप क्यों अपनी ही सरकार को झेल रहे हैं। लात मारिए बीजेपी को और कांग्रेस ज्वाइन कर लीजिए।

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