राकेश टिकैत ने दी धमकी उत्तर प्रदेश की जमीन पर न तो प्रधानमंत्री और न ही मुख्यमंत्री उतर पायेंगे
भोपाल से संपादित राधावल्लभ शारदा एवं उत्तर प्रदेश से प्रेमशंकर अवस्थी की रपट, संपादक की टिप्पणी -- जिस तरह कर्मचारी संघ सरकार के काम ठप्प कर देते और धमकी भी देते है उसी तरह राकेश टिकैत ने धमकी दी है कि उनकी पंचायत को को रोका तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री यूपी की धरती पर उतर नहीं पायेंगे ,यह है हमारा प्रजातंत्र
राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को चेतावनी दी कि अगर उनकी महापंचायत में दखल दी तो वे यूपी की जमीन पर नही उतर पाएंगे
कृषि कानूनों के विरोध में किसान बीते 11 महीनों से दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हुए हैं। वे लगातार सरकार का विरोध कर रहे हैं और अपनी मांगों पर भी अड़े हुए हैं। वहीं हाल ही में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत अपने कुछ किसान साथियों के साथ गढ़मुक्तेश्वर के कार्तिक मेले में पहुंचे, जहां उन्होंने पंचायत कर सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। किसान नेता ने इस दौरान चेतावनी भी दी कि अगर लखनऊ में होने वाली किसान महापंचायत में किसी ने दखल दिया तो यूपी की जमीन पर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री नहीं उतर पाएंगे।
राकेश टिकैत से रिपोर्टर ने सवाल किया कि आप कह रहे थे कि कमल के फूल का सफाया करो, कार्तिक मेले में आप राजनीतिक बातें क्यों कर रहे हैं? इसका जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “और कहां करेंगे राजनीति की बात। भाई अगर हमने कार्तिक मेले में राजनीति की बात की है तो हमारे ऊपर मुकदमा लगा दो। जिसे मेले में राजनीतिक बातें नहीं सुननी, वो हमारी सभा में क्यों आ रहा है।”
राकेश टिकैत ने अपनी बात को बढ़ाते हुए आगे कहा, “दूसरे नेता भी अपनी बातें कर लें। हमने मंच पर कहा कि यह जनता की आवाज है कि एक भूल, कमल का फूल सफा करो।” राकेश टिकैत ने इस बीच लखनऊ में होने वाली महापंचायत पर भी बात की और कहा कि हमारी तैयारी पूरी है। हालांकि इसपर रिपोर्टर ने पूछा, “योगी के गढ़ में कहीं मुकदमा न दर्ज हो।”
इस बात का जवाब देते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “उनको भी प्रदेश में कहीं जाना होगा ना। अगर हमारी पंचायत को रोका या उसे डिस्टर्ब किया तो न प्रधानमंत्री कहीं उतर पाएगा न ही मुख्यमंत्री। अगर हमारी पंचायत रोकी तो मुख्यमंत्री यूपी की जमीन पर तो उतरेंगे नहीं। मुख्यमंत्री अपनी सभा करें और हम अपनी कर रहे हैं।”
बता दें कि राकेश टिकैत से एक इंटरव्यू में पूछा था कि क्या आप लखनऊ को दिल्ली बनाकर अपनी मांगें मनवा पाएंगे, जो आप दिल्ली को घेरकर भी नहीं कर पाए। इसपर राकेश टिकैत ने जवाब दिया था, “लखनऊ में पंचायत है, एक दिन की वहां पर मीटिंग रहेगी। हमारी मांगें अजय टेनी की गिरफ्तारी, उसकी बर्खास्तगी, वो जांच को प्रभावित करता रहेगा, उन किसानों को मुआवजा, जो चोटिल हुए थे।