ललितपुर : नगर पालिका परिषद चुनाव में अब भले ही चुनाव से चयन होता है, लेकिन आजादी से भले 71 साल तक शहर की सरकार अंग्रेजो के हवाले रह चुकी है। देश आजाद हुआ, प्रकिया बदली और फिर लोगों ने मतदान कर अपनी अपनी सरकार को चुनने लगे।
नगर पालिका के चुनाव भी किसी विधायक के चुनाव से कम नहीं होते। मतदाताओ में वही उत्साह और उमंग नजर आता है। ललितपुर नगर पालिका परिषद की नींव स्वतंत्रता संग्राम के 13 साल बाद ही पड़ गई थी। साल 1870 में नगर पालिका के गठन के लिए अधिसूचना जारी की गई। तब अंग्रेज अफसर शहर की सरकार को चलाते थे। वर्ष 1941 में पहली बार शिवदयाल तिवारी को सदस्यों ने अध्यक्ष चुना था। इसके करीब 13 माह बाद नगर पालिका की कमान पुरुषोत्तम नारायण चौबे के हाथ में आ गई। आजादी के बाद से अब तक 30 अध्यक्षों में चार बार प्रशासकों ने भी कमान संभाली थी।
नजर डाले तों अब तक यह अध्यक्ष की जिमेदारी संभाल चुकेहैं। शिवदयाल तिवारी 1941-42, पुरुषोत्तम नारायण चौबे 1942-47, बद्री नारायण चौबे 1947-48, बृजनंदन किलेदार 1948-50, हरदेव चौबे 1950-51, शिवदयाल तिवारी 1951-52, बद्रीनारायण चौबे 1952-53, बृजनंदन शर्मा 1953-57, डॉ.शादीलाल दुबे 1957-58, मोहम्मद इस्माईल 1964-64, कुंदनलाल सराफ 1964-64, डॉ. शादीलाल दुबे 1964-66, राय सहाब रामदास राय 1966-67, गोकुल प्रसाद 1967-68
हरदेव चौबे 1968-76, कुंदनलाल सराफ 1977-77, डॉ. शादीलाल दुबे 1988-91, अशोक कुमार पटैरिया 1991-91, जीवनधर लाल जैन 1991-1992, अशोक कुमार पटैरिया 1992-1993, गुलाम मोहम्मद गामा 1993-1994, नीलम सिंह वर्मा 1995- 2000, डॉ. सतीश कुमार सुड़ेले 2000-05, संयुक्ता समद्दार (प्रशासक) 2005-06, एसएन दुबे (प्रशासक) 2006-06, रमेश खटीक 2006-11, अवनींद्र कुमार (प्रशासक) 2011-12, सुभाष जायसवाल 2012-17
अवनींद्र कुमार (प्रशासक) 2017-17 व रजनी साहू 2017-22 जिम्मेदारी निभा चुके हैं।