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दो-दो उपयंत्रियों की देखरेख में हो गया हैण्डवाष निर्माण में भ्रष्ट्राचार।

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दो-दो उपयंत्रियों की देखरेख में हो गया हैण्डवाष निर्माण में भ्रष्ट्राचार।

विकासखंड के जनपद शिक्षा केन्द्र में निर्माण कार्यो की जांच भी कटघरे में।

 भोपाल से संपादित लवली खनूजा एवं हटा से विकास सोनी की रपट,
हटा-विकासखंड के जनपद शिक्षा केन्द्र में राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा करीब 94 स्कूलों में बच्चों की स्वच्छता को देखते हुए एवं विद्यालय में प्रवेष के दौरान संक्रमित बीमारियों के वचाव के लिए हैण्डबॉष की सुबिधा बनाये जाने प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों के एसएमसी खातो मे राशि मुहैया कराई गई थी परंतु गौर करनें वाली बात यह सामने आ रही है कि बर्ष फरवरी2020में स्वीकृत  हैण्डबॉष जहां भी निर्माण कराये गये वह भ्रष्ट्रचार की भेंट चढ़ गये भले ही शासन द्वारा  प्रति हैण्डबॉष में 14 हजार 4 सौ की राशि खर्च कर निर्माण कराये जाने की योजना बनाई हो पर इसकी हकीकत निर्माण के उपरांत कुछ और ही वयां करती नजर आ रही है देखा जाये तो स्वीकृत 94 हैण्डबॉष में अभी भी कुछ स्कूलों में इसका निर्माण कार्य नहीं कराया गया जो स्कूल के जिम्मेदारों की घोर लापरवाही की ओर इशारा कर रही है साथ ही बच्चों के स्वास्थ के साथ खिलबाड़ करती हुई नजर आ रही है।
दो उपयंत्री की निगरानी में घटिया निर्माण।
देखा जाये तो जनपद षिक्षा केन्द्र में सर्व शिक्षा  अभियान में दो उपयंत्री की देखरेख में शासन द्वारा स्वीकृत निर्माण कार्य की देखरेख के लिए नियुक्त किया गया जिसमें हटा गैसाबाद में शाहिद सुल्तान एवं मडि़यादो रजपुरा में दिनेश तिवारी उपयंत्री कार्य को देखते है परंतु वनांचल एवं अन्य स्थानों पर निर्माणाधीन हैण्डबॉष को क्यों नहीं मापदंड के अनुसार निर्माण कराये गये जिसकी जांच होना आवाशयक है क्योंकि पूर्ण निर्माणाधीन हैण्डबॉष का मूल्यांकन भी उपयंत्री द्वारा अपने स्तर पर किया जा चुका ह जिस कारण फिर वह घटिया निर्माण पर रोक लगानें में नाकाम साबित हो गये और शासन की दी गई राशि का दुरूपयोग भी सांठगांठ से कराने में कसर नहीं छोड़ी गई।
यह था मामला- राज्य शिक्षा केन्द्र भोपाल द्वारा समग्र शिक्षा अभियान के अंर्तगत समस्त प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं के लिए प्राथमिक व माध्यमिक स्तर पर बच्चों के लिए हैंडवाष यूनिट बनवाने के आदेष राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा फरवरी 2020में जारी किये गये थे जिसमें प्राइमरी एवं मिडिल स्कूल में अध्यनरत बच्चें अपने स्कूलों में वायरस संक्रमण से बचाव के लिए हाथ धोनें की व्यवस्था पर हैडवॉष यूनिट के निर्माण कार्य पर स्वीकृत स्कूलों में 14हजार4सौ की राशि शाला प्रबंधन समिति के बैंक खातों में डाली गई थी जिसमें हटा विकासखंड के अंर्तगत आने वाले सात जनषिक्षक केन्द्रों पर 94स्कूलो को चयनित कर 12लाख96हजार की यह राषि राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा भेजी गई थी जिसमें बजट के आहरण एवं भुगतान करने के लिए शासन के समस्त नियमों एवं निर्देशों का पालन किया जाना अनिवार्य किया गया था परंतु हटा जनपद षिक्षा केन्द्र के अंर्तगत संचालित स्कूलों में शासन द्वारा दी गई राशि का जमकर दुरूपयोग किया गया एवं जिस मापदंड पर इनका निर्माण कराया जाना था वह कहीं भी निर्माण में सामने नहीं आ रहा है जिससे म.प्र.शिक्षा विभाग कितना भी प्रयास करें व्यवस्थाओं को बनानें में लेकिन व्यवस्थाओं को बिगाड़ने वाले जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते यह व्यवस्थाएं आईना दिखा रही है जिसके चलते न तो स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को जब हैंडवॉष की व्यवस्थाएं ही सही नहीं होगी तो उनकी हाथ धोनें की आदत कैसे डल पाएगी।
वही बीआरसी हटा टीआर कारपेंटर इस पूरे मामले में निरीक्षण की बात करते हुए उपयंत्री को पत्र जारी करने की बात करते नजर आ रहे है परंतु मामले में जांच कहां तक इनकी सामने आ पाती है जिससे इस भ्रष्ट्राचार की हकीकत सामने आ सके।

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